10 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे धूमल को घर क्यों बिठा दिया है? : सुखविंदर सिंह सुक्खू
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं टिकट वितरण कमेटी के सदस्य व नादौन के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्षों की चिंता छोड़कर पहले यह बताएं कि जिस भाजपा को प्रदेश में लाने वाले और 10 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहे प्रेम कुमार धूमल का सदुपयोग करके क्यों उन्हें घर बिठा दिया है। उन्होंने कहा कि क्यों आज उनका कहना एक एक्सियन तक नहीं मानता है। उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला व भाजपा को 1998 में पहली बार मौका मिला और धूमल मुख्यमंत्री बने और इसका हमें भी फख्र होता था। वीरवार को जिला मुख्यालय पहुंचे सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रोड शो के उपरांत गांधी चौक पर जनसभा को संबोधित किया। कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष ने कहा कि अब फिर से हमीरपुर जिला को वही गौरव हासिल होगा, इसलिए कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए डट जाएं।
सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार में अपने रिश्तेदारों को नौकरियों बांटने के साथ ही पिछले साढ़े 4 वर्षों में हुई कई भर्तियां के पेपर लीक करवाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। धर्मपुर व सराज में ही सबसे ज्यादा नौकरियां बांटी गईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं, नौकरियों में धांधलियों के लिए भी नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए सत्ता चाहती है। भाजपा ने 2017 में कहा था कि हम रोजगार की नीति लाएंगे, लेकिन इन्होंने अपने रिश्तेदारों को रोजगार दिया।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आते ही कांग्रेस कर्मचारियों को पैंशन देने के साथ ही रिस्पांसिबिलिटी व पारदॢशता एक्ट लाएगी। उन्होंने कहा कि रिस्पांसिबिलिटी एक्ट में प्रावधान होगा कि छोटी से छोटी समस्या को हल करने की रिस्पांसिबिलिटी प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी व विधायक की होगी। वहीं पारदर्शिता एक्ट में हर विधायक, मंत्री, अधिकारी व कर्मचारी को हर वर्ष अपनी आय का हवाला सरकारी वैबसाइट पर देना होगा। सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आने के बाद शराब सैस लगाएगी और शराब को महंगा करेगी, ताकि उससे मिलने वाले पैसे से दूध उत्पादकों व पशुपालकों को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पशुपालक से गाय व भैंस का प्रतिदिन 80 से 100 रुपए किलो के हिसाब से 10 किलो सरकार दूध खरीदेगी और 60 रुपए किलो दूध लोगों को उपलब्ध करवाएगी।
(जी.एन.एस)